Monsoon Report: साउथ में सबसे पहले क्यों पहुंचता है मॉनसून, उत्तर भारत पहुंचने में कितना लगता है समय, जानिए…

Monsoon Report: केरल में मानसून ने तय समय से पहले शुरू हो गया है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि मानसून को उत्तर भारत तक पहुंचने में इतना समय क्यों लगता है?

Monsoon Report: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की केरल में मानसून पहले से ही शुरू हो गया है। 26 जून तक उत्तर भारत में मानसून आने का अनुमान है। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की चाल थोड़ी धीमी पड़ी है, इसलिए ये समय से लेट ही उत्तर भारत पहुंच जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में इसने उत्तर भारत में देर से प्रवेश किया है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि उत्तर भारत में मानसून की देर से आगमन की वजह क्या है और इसका परिणाम क्या है?

मानसून आने से 15 दिन पहले ही भारत की कुछ जगहों पर इसकी आहट नजर आने लगती है। (Monsoon Report) जब मॉनसून दक्षिण-पश्चिम से आता है, तो भारतीय क्षेत्र में हवा, संवहन और तापमान बदलने लगते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप पर मध्य-अक्षांश पछुआ हवाओं (एक छोटा सा हिस्सा पश्चिमी विक्षोभ) की लगातार उपस्थिति भी मॉनसून में देरी का सबसे बड़ा कारण है।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों को अमूमन पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ता है। पिछले वर्ष की मौसम स्थिति को देखते हुए, फरवरी 2023 में रिकॉर्ड गर्मी के बाद मई की शुरुआत तक मौसम ठंडा रहा। साथ ही, बेमौसमी बारिश के कारण ठंड की अवधि बढ़ने से दक्षिण पश्चिमी मॉनसून थम गया है।

इसके अलावा, दक्षिणी पश्चिम मानसून की हवाएं पश्चिमी हवाओं को काटती हैं जब वे भारत में लंबे समय तक रहते हैं। (Monsoon Report) मानसून भी देरी होती है जब इस प्रक्रिया में समय लगता है। इतना ही नहीं, अगर अलनीनो की स्थिति भूमध्य रेखिय महासागर में कमजोर हो जाती है, तो दक्षिण पश्चिम मानसून देर से आ जाएगा। जैसे कि इस साल भी अलनीनो की हालत खराब हो गई है।

आज लगभग पूरा उत्तर भारत गर्मी से परेशान है और सभी मानसून की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यही नहीं, केरल में मानसून ने तय समय से पहले शुरू हो गया है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि मानसून को उत्तर भारत तक पहुंचने में इतना समय क्यों लगता है?

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याद रखें कि मॉनसून महासागरों की ओर से तेज हवाओं से बदलता है। (Monsoon Report) इससे अलग-अलग क्षेत्रों में सूखा मौसम होता है और बारिश भी होती है। भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भारी बारिश हिंद महासागर और अरब सागर से आती है।

भारत में मानसून आमतौर पर 1 जून से 15 सितंबर तक 45 दिनों तक चलता है। इससे मौसम में नमी आती है, जिससे हल्की से तेज बारिश होती है।

पूर्व मानसून से तापमान 6 डिग्री गिरा (Monsoon Report)

बुधवार को भी हरियाणा में प्री मानसून बारिश हुई। 24 घंटे में भिवानी में 14 मिमी, गुरुग्राम में 7.5 मिमी, जींद में 63.5 मिमी और रेवाड़ी में 34.5 मिमी बारिश हुई। इस बारिश ने कई जिलों का तापमान घटाया। जींद में 6.1 डिग्री की गिरावट हुई, अंबाला में 5.3 डिग्री की गिरावट हुई, करनाल में चार डिग्री की गिरावट हुई और सोनीपत में 3.9 डिग्री की गिरावट हुई।

याद रखें कि मॉनसून महासागरों की ओर से तेज हवाओं से बदलता है। (Monsoon Report) इससे अलग-अलग क्षेत्रों में सूखा मौसम होता है और बारिश भी होती है। भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भारी बारिश हिंद महासागर और अरब सागर से आती है।

भारत में मानसून आमतौर पर 1 जून से 15 सितंबर तक 45 दिनों तक चलता है। इससे मौसम में नमी आती है, जिससे हल्की से तेज बारिश होती है।

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