House Construction Cost: नया घर बनवाते समय अपनाएं ये खास टिप्स, होगी लाखों की बचत

House Construction Cost: यहाँ बताए गए उपायों को अपनाकर सीमेंट की खपत लगभग पच्चीस बोरी कम हो जाएगी। वर्तमान समय में एक बोरी सीमेंट की औसत कीमत 350 रुपये है।

Haryana Update: आपको बता दें, की ज्यादातर लोगों का सपना है कि वे अपना घर बना सकें। Dream Home एक मनोवैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक उपहार है। घर खरीदना (Home Buying) या बनवाना (House Construction) दो बहुत बड़ी बातें हैं। गांव में भी घर खरीदने या बनवाने के लाखों रुपये खर्च होते हैं। घर बनवाते समय कुछ उपायों पर विचार किया जा सकता है, जिससे बड़ी बचत की जा सकती है।

उदाहरण के लिए, पिलर और बिम के बिना घर बनाने से सरिया, बालू और सीमेंट की लागत कम होती है। मजबूती में कोई फर्क नहीं पड़ता अगर आप एक फ्लोर वाला घर बना रहे हैं (एक मंजिल का घर बनाना)। हम आपको बता देंगे कि घर बनाते समय आप लाखों रुपये बच सकते हैं।

यह सिंगल फ्लोर घर स्ट्रक्चर पर बनाने के लिए सस्ता घर बनाने के कुछ टिप्स बहुत प्रभावी हैं। यदि आपको मल्टीस्टोरी बिल्डिंग (Multystory Building) नहीं बनाना है तो एक छोटा सा बदलाव लाखों रुपये बचाता है। फ्रेम स्ट्रक्चर घर बनाने में आम है। लोड-बेअरिंग स्ट्रक्चर (Load-Bearing Structure) की जगह लेने से एक झटके में अधिकतम बचत मिलती है।

वास्तव में, लोड-बेअरिंग स्ट्रक्चर में फ्रेम स्ट्रक्चर की तुलना में सरिया का अधिक उपयोग नहीं होता। विभिन्न विकल्प भी हैं, जैसे फ्लाई-ऐश ईंट (Fly Aish Bricks) की जगह नॉर्मल ईंट का उपयोग करना, लकड़ी की जगह कंक्रीट का चौखट बनाना, शीशम-सागवान की जगह सस्ती लकड़ी का उपयोग करना आदि।

पारंपरिक बनाने पर इतना खर्च होगा
अब हम पारंपरिक तरीके से घर बनाने के लिए कितना खर्च होता है और अगर हम निर्देशों का पालन करें तो कितनी बचत हो सकती है। 500 वर्गफीट का प्लॉट हमारे पास है, उदाहरण के लिए। तल्ले का घर बनाने का औसत खर्च प्रति स्क्वेयर फीट 1,500 रुपये है। 500 वर्गफीट के प्लॉट पर एक सामान्य तल्ले का घर बनाने में लगभग 7.50 लाख रुपये का खर्च आएगा।

लाखों का फर्क सिर्फ एक बदलाव से होता है
अब सुझावों पर विचार करें। स्ट्रक्चर में बदलाव करना पहला उपाय है। लोड बेअरिंग स्ट्रक्चर में कोई कॉलम या बीम नहीं होते। इसलिए सरिया सिर्फ छत और छज्जा बनाने में चाहिए। रेत और सीमेंट भी कम इस्तेमाल होते हैं। फ्लाई ऐश ईंट का उपयोग करने से चार से पांच रुपये प्रति यूनिट बचता है। इसका अर्थ है कि ईंट की लागत लगभग आधी रह जाती है।

फ्लाइ ऐश ईंट का एक अतिरिक्त लाभ यह है कि इनके ऊपर प्लास्टर कराने की आवश्यकता नहीं होती। सीधे पुट्टी चढ़ाकर इनके ऊपर पेंट किया जा सकता है। इससे प्लास्टर और लेबर दोनों की लागत कम होती है। वर्गाकार बनाना खर्च कम करने का एक और तरीका है।

यहाँ बताए गए उपायों को अपनाकर सीमेंट की खपत लगभग पच्चीस बोरी कम हो जाएगी। वर्तमान समय में एक बोरी सीमेंट की औसत कीमत 350 रुपये है। यानी, आप सिर्फ सीमेंट खरीदकर 17,500 रुपये बच सकते हैं। निर्माण कार्य में सरिये की लागत अक्सर 20% होती है। लोड बेअरिंग स्ट्रक्चर में यह दस प्रतिशत रहता है। यानी 1 लाख 50 हजार रुपये की जगह आपका काम 75 हजार रुपये होगा। सरिये पर 75 हजार रुपये बच रहे हैं।

ईंट से लेकर रेत तक केवल बचत
एक तल्ले का घर बनाने में लगभग पांच हजार ईंट चाहिए। फ्लाई ऐश के मुकाबले सामान्य ईंट का मूल्य लगभग बीस हजार रुपये होगा। इसका अर्थ है कि आप भी ईंट में 25 हजार रुपये बचा लिए। इन टिप्स को अपनाने पर प्लास्टर से बीम-कॉलम तक की कोई आवश्यकता नहीं होती, इसलिए सीमेंट और सरिये के अलावा रेत भी कम इस्तेमाल होता है।

इन टिप्स को अपनाने पर सामान्य घर बनाने पर 75 हजार रुपये बच जाएंगे। यानी रेत में भी 25 हजार रुपये बचते हैं।

यदि आप इन सुझावों को लागू करें तो दो लाख रुपये बच जाएंगे. अन्य खर्चों में पत्थर पर लगभग चालिस हजार रुपये, टाइल्स पर लगभग पच्चीस हजार रुपये, पुट्टी-पेटिंग पर पच्चीस हजार रुपये और खिड़की, दरवाजे, बिजली और पल्म्बिंग के काम पर लगभग एक लाख रुपये शामिल हैं। इनमें बचत की भी सुविधा है। टॉयलेट-बाथरूम को एक साथ बनाने से ईंट, रेत और सीमेंट से कम खर्च होता है और अधिक जगह भी बचती है। सिरेमिक टाइल्स (Ceramic Tiles) की जगह मार्बल का उपयोग करके भी पैसे बच सकते हैं।

इन सभी टिप्स को लागू करने से लगभग समान घर बनाने में सिर्फ सामानों पर 1,42,500 रुपये की बचत होती है। तल्ले का घर बनाने में 2 लाख रुपये तक बच सकते हैं, अगर आप लेबर कॉस्ट और अन्य कम खर्चों को भी जोड़ दें।

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